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जब कक्षा में चूहा घुस आया

 जब कक्षा में चूहा घुस आया आज एक मज़ेदार घटना हमारे स्कूल में घटित हुई। जैसे ही हिंदी की कक्षा शुरु हुई, उसी समय कहीं से एक छोटा सा चूहा भटकता हुआ हमारी कक्षा में घुस आया। पहले तो किसी ने उस पर ध्यान न दिया। किंतु चूहा बहुत घबराया हुआ था। उसने एक लड़की के बस्ते में घुसने की कोशिश की। यह देखकर वो लड़की बहुत जोर से चिल्लाई। उसके चिल्लाने पर कक्षा के सारे बच्चे और अध्यापिका तुरंत उस लड़की के पास आ गए। यह देख चूहा बहुत डर गया। वह कक्षा में तेज़ी से इधर-उधर भागने लगा। चूहे का भागना देख हमारी कक्षा की लड़कियाँ चिल्लाने लगी और कुरसियों पर चढ़ गईं। एक लड़का बहादुरी दिखाते हुए चूहे को पकड़ने लगा। लेकिन जैसे ही चूहा उसके हाथ आया, लड़का हड़बड़ा गया । उसने चिल्लाते हुए चूहे को ऊपर उछाल दिया। ऐसा करने से कुछ छात्र डर कर इधर-उधर हटे और कुरसियों से टकरा कर गिर गए। दो लड़कियाँ जो कुरसियों पर खड़ी थीं वे भी नीचे गिर गई। तभी अध्यापिका ने सारे बच्चों को बाहर खड़े होने का आदेश दिया। उन्होंने कक्षा के दरवाजे खोल दिए और चूहे को बाहर भगा दिया। सबने राहत की साँस ली और बाद में सब इस घटना को याद कर एक दूसरे पर खूब हँसे।

पुस्तक समीक्षा “ सेवा सदन “

  पुस्तक समीक्षा “ सेवा सदन “ अपने प्रिय लेखक प्रेमचंद जी की प्रसिद्ध रचना “सेवा सदन “ पर समीक्षा लिखते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है । सेवा सदन पढ़ने के बाद भारतीय समाज में स्त्री की स्थिति स्पष्ट होती है। नायिका सुमन के पिता जो कि एक ईमानदार दारोगा हैं, अपनी बेटियों से प्यार करने वाले पिता भी, कम आमदनी और निश्चिंत स्वभाव के कारण सारी आमदनी परिवार पर खत्म कर देने की आदत के चलते बेटी के विवाह के लिए कुछ धन एकत्र नहीं कर पाते। दहेज की कुप्रथा के चलते रिश्वत लेते हैं और पकडे जाते हैं । यहीं से शुरु होती है नायिका सुमन के जीवन की समस्याएँ। आयु से दुगुने व्यक्ति से विवाह, पति-पत्नी के बीच सामंजस्य की कमी , उपेक्षा, गरीबी, महत्वाकांक्षाएँ , भ्रष्टाचार, दहेज प्रथा, वेश्यावृत्ति की समस्या आदि दिखाई हैं । समाज का ऐसा दोहरा मुखौटा पेश करना जहाँ वेश्यावृत्ति को बुरा समझा जाता है पर वहाँ जाने की कामना सभी की रहती है। समाज की एक यह भी समस्या दिखाई है कि सुमन के वेश्या होने पर हर जगह उसे उपेक्षा मिलती है। यहाँ तक कि उसकी बहन की बारात भी लौट जाती है। प्रेमी सदन से अपनी बहन का विवाह करवाने पर भी ब

Hindu Girl's Names

zहिंदु लड़कियों के नाम   A Anvi                                     अन्वी Anuradha                            अनुराधा Achala                                  अचला Abha                                     आभा Arti                                          आरती Ananya                                  अनन्या Anita                                       अनीता Asha                                       आशा Ambika                                    अंबिका Ananya                                    अनन्या Ankita                                    अंकिता Anu                                         अनु Anvita                                    अन्विता Anusuiya                               अनुसुइया Anju                                         अंजु  B Babali।                 बबली  Babita                      बबीता Bela                           बेला Bimala                          बिमला Bindu                               बिंदु Binata                                बिनता Bineeta                    

अनुच्छेद : अगर मैं चिड़िया होता

 अनुच्छेद : अगर मैं चिड़िया होता अगर मैं चिड़िया होता तो बड़े मजे आते। मैं पेड़ पर अपना घोंसला बनाता और उसमें ही रहता।   जब हवा चलती तो मैं पतली टहनियों में बैठ कर झूला झूलता। मैं बहुत ऊंची टहनियों से फल खा पाता। मुझे आकाश में उड़ने में बहुत मजा आता। मैं कहीं से भी कहीं जा सकता। एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए मुझे किसी भी वाहन की आवश्यकता नहीं रहती मुझे कहीं जाने के लिए टिकट भी नहीं खरीदना पड़ता । मैं मुफ्त में सब जगह जा पाता।  मैं  अपने दोस्तों के साथ दिन भर यहां से वहां उड़ता रहता । लेकिन जब बारिश होती  और बिजली कड़कती तो मुझे बहुत डर लगता। फिर भी मैं सोचता हूं कि अगर मैं चिड़िया होता तो कितना अच्छा होता!

Chhoti si baat छोटी सी बात

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 Chhoti si baat छोटी सी बात सानिया अपने अम्मी अब्बू की तीन संतानों में सबसे बड़ी थी। अम्मी-अब्बू उसे बहुत प्यार करते थे। उन्होंने सोचा था कि सानिया को खूब पढ़ाएंगे और सानिया की हर इच्छा पूरी करने की कोशिश करते थे। सानिया के अब्बू तो उसे इतना प्यार करते कि उन्होंने सानिया के नाम से ही अपनी दुकान का नाम रखा हुआ था।    सानिया छठवीं कक्षा में पढ़ती थी । पढ़ाई में तेज़ थी इसलिए हमेशा अध्यापिकाओं की आँख का तारा रही थी ।  हालाँकि सानिया  आत्मविश्वासी लड़की थी किंतु उसे एक बात में हमेशा शर्म आती थी। वह बात थी उसके पिता का चिकन शॉप चलाना । सानिया  एक अच्छे नामी -गिरामी स्कूल में पढ़ती थी । यहाँ अधिकतर बच्चे अमीर परिवार से आते थे।  किसी के पिता बड़े डॉक्टर तो किसी के पिता बड़े इंजीनियर ! ऐसे में सानिया को पिता का चिकन शॉप चलाना बिलकुल न भाता था ।  एक दिन सानिया ने अपने अब्बू से कहा- "अब्बू! तुम ये चिकन शॉप चलाना बंद क्यों नहीं कर देते ?  अब्बू ने मुस्कराते हुए कहा," अच्छा ! तो अब्बू अपनी प्यारी सानिया को खाना कहाँ से खिलाएंगे? और अच्छे-अच्छे खिलौने कहाँ से दिलाएँगे?" सानिया-"लेकिन देख

Hindi Unseen Passage Grade 10 हिंदी अपठित गद्य़ांश कक्षा 10

  Hindi Unseen  Passage Grade 10 हिंदी अपठित गद्य़ांश कक्षा 10 यहाँ पर कक्षा 10 के छात्रों  के अभ्यास के लिए अपठित गद्यांश दिए हैं । इस से विद्यार्थियों को तो मदद मिलेगी ही, साथ  ही शिक्षकों को भी  अपठित गद्यांश  से संबंधित प्रश्न-पत्र बनाने में सहायता मिलेगी।  अगर आपको यह सामग्री पसंद आती है तो कृपया इस ब्लॉग को सबस्क्राइब करें और अपने साथियों को भी इसके बारे में  जानकारी दें । 1.निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर उसके नीचे लिखे बहुवैकल्पिक प्रश्नों के उचित उत्तर दीजिए ।  यदि हम चाहते हैं कि भविष्य में अच्छे नागरिक मिलें तो हमें विद्यार्थियों को सभी दृष्टि से योग्य बनाना पड़ेगा। पहली बात उनसे राष्ट्रभक्ति की भावना का संचार कराने की है। हमारा विद्यार्थी वर्ग अपने को राष्ट्र की धरोहर समझकर अपनी रक्षा करे। उसे यह बात मन में ठान लेनी है कि उसके ऊपर भारत की रक्षा का भार है। उसे स्मरण रखना होगा कि वह उस महान राष्ट्र का नागरिक होने जा रहा है जिसने आदिकाल में ही ' वसुधैव कटुंबकम् ' की उद्घोषणा की थी। उसे इसका अक्षरशः पालन करना है। दूसरी बात यह है कि उसे कर्मठ बनना है। आलस्य को अपना महान शत्रु

फूल और बाग

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फूल और बाग